निदेशक का संदेश

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आधे दशक से भी अधिक समय में भारतीय प्रबंध संस्थानों ने गुणवत्ता और उपलब्धि का एक उल्लेखनीय रिकॉर्ड स्थापित किया है। अपनी स्थापना के दस वर्षों से भी कम समय में, आईआईएम उदयपुर ने इस गौरवशाली विरासत का निर्माण किया है और साथ ही अपनी सभी गतिविधियों को एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया है।

आईआईएमयू वैश्विक ज्ञान प्रदान करने वाले विश्व स्तरीय प्रबंधन स्कूलों के बीच अपनी जगह बनाने की इच्छा रखता है जिसके लिए हमने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है। आईआईएमयू ने नवंबर 2018 में एएसीएसबी मान्यता प्राप्त की और हाल ही में प्रतिष्ठित क्यूएस 2020 मास्टर्स इन मैनेजमेंट रैंकिंग एवं फाइनेंशियल टाइम्स एफटी मास्टर इन मैनेजमेंट रैंकिंग में सूचीबद्ध है। इन दोनों रैंकिंग में सूचीबद्ध होने वाला आईआईएम उदयपुर दुनिया का सबसे कम उम्र का बी-स्कूल है।

हमारी अनुभवी फैकल्टी, प्रतिभाशाली छात्र एवं पूर्व छात्रों के प्रयासों के माध्यम से हम निरंतर विकास एवं नवाचार के अपने पथ पर तेजी से प्रगति करने में सक्षम है। हमारी संस्थान को प्राप्त मान्यताएं हमें विश्वास दिलाती है कि हम 2030 तक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन संस्थानों में अपना नाम शामिल कर सकते है।

आईआईएमयू लीडर्स एवं उद्यमियों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है जो वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपने संगठनों को सशक्त बनाएंगे। इस समय हमारी संस्थान क्षेत्र एवं राष्ट्र में गहराई से समर्पित है। हमारी प्राथमिकता हमारे छात्रों में सामाजिक जिम्मेदारी के रुप में प्रतिबद्धता की भावना पैदा करना है और उनके ज्ञान एवं बौद्धिक क्षितिज का विस्तार करना है जिससे वे व्यापार जगत एवं समाज में प्रभाव डालने के लिए रुपांतरित एवं तैयार होकर निकलें। हमने जानबूझकर ऐसी संस्कृति बनाई है जो सभी स्तरों पर सहयोग एवं पहुंच को महत्व देती है।

हमारे 300 एकड़ परिसर के आधार पर आईआईएमयू की कला कक्षाएं और प्रौद्योगिकी की आधारिक संरचना स्टेट-ऑफ-द-आर्ट का दावा करती है जो भारत के किसी भी बी-स्कूल में सर्वश्रेष्ठ है। आईआईएम उदयपुर परिसर के मास्टर प्लान को जीआरआईएचए की 5 स्टार एलडी रैटिंग से सम्मानित किया गया है जो बड़े विकास के रैटिंग के लिए उच्चतम स्तर है। हमारे मूल मूल्यों के आधार पर हम अंतरराष्ट्रीय ख्याति के प्रबंधन संस्थान निर्मित करने के लिए अगले दशक तक बड़े पैमाने पर प्रयास जारी रखेंगे।

जनत शाह
निदेशक, आईआईएम उदयपुर