आईआईएम उदयपुर ने खुद को भारत के शीर्ष प्रबंधन स्कूलों के रुप में स्थापित किया है। अंतरराष्ट्रीय मान्यता के साथ शिक्षाविदों और अनुसंधानों में हमारी रैंकिंग ने हमें अलग पहचान दिलाई है।
आईआईएम उदयपुर ने एएसीएसबी (एसोसिएशन टू एडवांस कॉलेजिएट स्कूल ऑफ़ बिजनेस) से मान्यता प्राप्त कर शीर्ष वैश्विक बी-स्कूलों में अपना स्थान बनाया है। एएसीएसबी, ईक्यूआईस के साथ प्रबंधन शिक्षा के लिए सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मान्यताओं में से एक है। इस मान्यता के साथ आईआईएम उदयपुर, आईआईएम अहमादाबाद, बैंगलोर एवं कोलकाता के अलावा इस रैंक को प्राप्त करने वाला चौथा आईआईएम बन गया है।
इससे पहले भारत में केवल सात स्कूलों ने इस प्रशंसित वैश्विक मान्यता को हासिल किया है। आईएसबी अपनी स्थापना के दस साल बाद 2011 में इस मान्यता को हासिल करने वाला भारत में पहला बी-स्कूल था। वहीं आठ वर्षों से भी कम समय में, आईआईएम उदयपुर एएसीएसबी मान्यता प्राप्त करने वाला सबसे कम उम्र का बी-स्कूल है।
आईआईएम उदयपुर क्यूएस 2020 मास्टर्स इन मैनेजमेंट रैंकिंग (एमआईएम) में सूचीबद्ध होकर शीर्ष वैश्विक एमबीए स्कूलों की लीग में शामिल हो गया है। 2019 तक केवल आईआईएम अहमादाबाद, बैंगलोर एवं कोलकाता ही इस रैंकिंग का हिस्सा थे। और अब 2020 में आईआईएम उदयपुर भी इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हो गया है।
28 देशों के वैश्विक 129 कार्यक्रमों में से आईआईएम उदयपुर का प्रमुख दो वर्षीय एमबीए कार्यक्रम अब 101+ श्रेणी में है। क्यूएस एमआईएम रैंकिंग में रोजगार पर निर्भता, पूर्व छात्रों के परिणाम, धन का मूल्य, नेतृत्व एवं कक्षा व फैकल्टी विविधता का मूल्यांकन होता है।
आईआईएम उदयपुर फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) मास्टर इन मैनेजमेंट रैंकिंग (एमआईएम) 2019 में सूचीबद्ध होने वाला सबसे युवा स्कूल है। अपनी स्थापना के दस वर्ष से भी कम समय में, आईआईएम उदयपुर अब प्रतिष्ठित फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) मास्टर इन मैनेजमेंट रैंकिंग (एमआईएम) 2019 का हिस्सा बन गया है, जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है। यह रैंकिंग बी-स्कूल की उत्कृष्टता को प्रमाणित करती है।
इससे पूर्व 2018 तक, केवल आईआईएम अहमदाबाद, बैंगलोर एवं कोलकाता ही एफटी एमआईएम रैंकिंग का हिस्सा थे। वहीं 2019 में आईआईएम उदयपुर ने 76वां स्थान हासिल कर अपना नाम इस सूची में शामिल किया है।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF - एनआईआरएफ) मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा सितंबर 2015 में स्थापित किया गया था। यह संस्था मापदंडों के अनुसार देश भर के संस्थानों को रैंक करने की पद्धति को रूपरेखा देता है : शिक्षा, शिक्षण एवं संसाधन, अनुसंधान एवं व्यवसायिक अभ्यास, स्नातक परिणाम, आउटरीच और समावेशिता एवं धारणा प्रमुख रूप से शामिल है।
इस संस्था ने आईआईएम उदयपुर को एनआईआरएफ रैंकिंग 2020 में 17वें स्थान से नवाज़ा है। यह रैंकिंग अनुसंधान और शिक्षाविद के क्षेत्रों में उत्कृष्टता, और हमारे संकाय सदस्यों और छात्रों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर प्रयासों के प्रतिबिंब है को दर्शाती है। अधिक पढ़ें
आईआईएम उदयपुर का मिशन भारत में प्रबंधन अनुसंधान के क्षेत्र में एक लीडर के रुप में खुद को स्थापित करना है। इस मिशन की प्राप्ति के लिए आईआईएमयू युवा फैकल्टी की नियुक्ति कर रहा है, जिन्होंने भारत एवं विदेशों के प्रसिद्ध स्कूलों से डाॅक्टरेट की डिग्री प्राप्त की है और उन्हें काम करने का माहौल, फंडिंग, मेंटरशिप एवं अन्य समर्थन प्रदान कर रहा है जिनकी उन्हें आवश्यकता है ताकि वे शोधकर्ताओं के रुप में अपनी पूरी क्षमता का एहसास कर सकें।
इन प्रयासों ने पहले ही प्रभावशाली परिणाम दिखाना शुरु कर दिए है। यूटी डल्लास के नवीन जिंदल स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट द्वारा प्रस्तावित कार्यप्रणाली के अनुसार, आईआईएमयू अब अग्रणी वैश्विक पत्रिकाओं में प्रकाशित शोध के आधार पर भारतीय बिजनेस स्कूलों में चैथे स्थान पर है।
आईआईएम उदयपुर ग्लोबल बिजनेस स्कूल ऑफ़ नेटवर्क (जीबीएसएन) का सदस्य है। जीबीएसएन एक गैर-लाभकारी संगठन है जो विकासशील देशों के लिए गुणवत्ता एवं स्थानीय रुप से प्रासंगिक प्रबंधन शिक्षा में सुधार के लिए बिजनेस स्कूलों, उद्योग एवं सहायता एजेंसियों के साथ साझेदारी करता है।
छह महाद्विपों के 90 से अधिक बिजनेस स्कूलों के बढ़ते नेटवर्क के साथ, जीबीएसएन ने अपने नेटवर्क सदस्यता के भीतर और व्यापक व्यवसायिक शिक्षा और विकास समुदायों के साथ, नेटवर्किंग, ज्ञान साझा करने और सहयोग प्रदान किया है।